Ek Hasrat Thi Ke Anchal Ka (Zindagi Aur Toofan) - Mukesh Chand Mathur
"एक हसरत थी के आंचल का (ज़िंदगी और तूफ़ान)" गाना मुकेश चंद माथुर द्वारा गाया गया है। यह गीत एक प्यार भरे अफ़साने का वर्णन करता है जिसमें ज़िंदगी के मुसीबतों और तूफ़ानों का सामना किया जाता है। इस गीत में मुकेश जी ने अपनी मधुर आवाज़ और भावुक गायन से सुनहरी शब्दों में प्यार और तड़प का माहौल बना दिया है। संगीत में सुरीली धुन और गहरा शब्दों का प्रयोग किया गया है जो सुनने वाले के दिल को छू जाता है। इस गीत में एक अनोखा जुनून और इंतज़ार का जज़्बा महसूस होता है जो सुनने वाले को रुला देता है। "एक हसरत थी के आंचल का (ज़िंदगी और तूफ़ान)" एक ऐसे गीत है जो हर दिल को छू लेता है और सुनने वाले को अपने प्यार का एहसास कराता है। मुकेश जी ने इस गीत में अपने गायन का जादू बिखेरा है और इसे एक टाइमलेस क्लासिक बनाया है।"
Mukesh Chand Mathur
मुकेश चंद माथुर, जिन्हें आमतौर पर सिर्फ मुकेश के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय गायक थे जिन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी अद्भुत गायन कला के लिए विख्यात हुए। उनका जन्म 22 जुलाई, 1923 को दिल्ली में हुआ था। मुकेश ने अपनी करियर की शुरुआत रेडियो पर गाने करके की। उन्होंने बहुत से लोकप्रिय गाने गाए और उनकी गायन कला से लोगों का दिल जीत लिया। उनकी आवाज़ में एक खास मिठास थी जिसने सुनने वालों को खींच लिया। मुकेश का एक और बड़ा उपलब्धि था उनका साथी गायक किशोर कुमार के साथ किया गया काम। उनकी दोनों की जोड़ी ने कई शानदार गाने गाए जो आज भी याद किए जाते हैं। मुकेश का गायन अब भी हिंदी सिनेमा में अमर रहा है। उनके गाने और उनकी आवाज़ आज भी लोगों को भावुक करते हैं और उनके प्रशंसकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मुकेश का निधन 27 अगस्त, 1976 को हुआ था, लेकिन उनकी आवाज़ और गाने हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे। उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी अद्भुत पहचान बनाई और अनदेखा इतिहास बनाया।.