O Haseena Zulfonwale Jane Jahan (From "Teesri Manzil") - Asha Bhosle
"ओ हसीना जुल्फ़ों वाले जाने जहाँ" गाना 'तीसरी मंज़िल' फ़िल्म से है, जो 1966 में रिलीज़ हुई थी। इस गाने को आशा भोसले ने गाया है। गाना एक रोमांटिक गीत है जिसमें एक मर्द अपनी प्यारी हसीना की खूबसूरती और जुल्फ़ों की तारीफ करता है। इस गाने की संगीत में पंचम दा (आर.डी. बर्मन) ने शुमार किया है और आनंद बक्षी ने लिरिक्स लिखे हैं। गाना एक रेट्रो फ़ील देता है और आशा भोसले की आवाज़ में जादू है जो सुनने वालों को बेहका देती है। इस गाने ने उस समय बहुत सारी अवार्ड जीती और आज भी लोग इस गाने का जिकर करते हैं जब भी पुराने गीतों की बात होती है।"
Asha Bhosle
आशा भोसले जन्म 8 सितंबर, 1933 में महाराष्ट्र के सांगली जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित दीनानाथ मंगेशकर था, जो भारतीय संगीत के प्रसिद्ध संगीतकार थे। आशा ने बचपन से ही संगीत का साथ दिया और उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत रेडियो पर गाकर की। आशा भोसले को भारतीय संगीत इंडस्ट्री में एक अद्भुत गायिका के रूप में माना जाता है। उन्होंने बॉलीवुड में अनेक लोकप्रिय गाने गाए और अपनी अद्वितीय आवाज के जरिए मिली-जुली शैली के लिए सराहना पाई। उनके संगीत करियर में उन्होंने कई पुरस्कार जीते और लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई। आशा भोसले ने अपने संगीत के माध्यम से भारतीय संगीत को एक नया रूप दिया और उनका प्रभाव आज भी सभी कलाकारों पर दिखाई देता है। उन्होंने भारतीय संगीत को विश्व स्तर पर प्रस्तुत किया और लोगों को अपनी अद्वितीय गायन कला से प्रेरित किया। आशा भोसले ने करीब 12,000 गाने गाए और उनके संगीत को दर्शकों की धड़कनों में छूने वाली शक्ति मिली। उनके संगीत में जादू है जो लोगों को खींचता है और उन्हें संगीत की दुनिया में खोन.