Dum Maro Dum Mit Jaye Gham - Asha Bhosle
"दम मारो दम मिट जाए ग़म" गाना आशा भोसले द्वारा गाया गया एक प्रसिद्ध गीत है जो फिल्म "हरे रामा हरे कृष्णा" में शामिल है। इस गीत का मुख्य विषय नशा और जीवन का आनंद है। इस गीत में एक मस्ती भरी और ऊर्जावान धुन है जो सुनने वालों को नाचने पर मजबूर कर देती है। इस गीत की संगीत योजना आर. डी. बर्मन द्वारा की गई है और उसने इसमें अलग-अलग वाद्यों का सजग उपयोग किया है। आशा भोसले की मधुर आवाज ने इस गीत को और भी महत्व दिया है। इस गीत में धमाकेदार बीट्स और कैची लिरिक्स हैं जो सुनने वालों को अपने जोश में ले लेते हैं। "दम मारो दम मिट जाए ग़म" गीत का प्रदर्शन फिल्मी दुनिया में एक अलग पहचान बन गया है और यह एक टाइमलेस क्लासिक है जो आज भी लोगों को नाचने पर मजबूर करता है। इस गीत की धुन और बोलियाँ आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है और लोग इस गीत को हमेशा याद रखते हैं।
Asha Bhosle
आशा भोसले जन्म 8 सितंबर, 1933 में महाराष्ट्र के सांगली जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित दीनानाथ मंगेशकर था, जो भारतीय संगीत के प्रसिद्ध संगीतकार थे। आशा ने बचपन से ही संगीत का साथ दिया और उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत रेडियो पर गाकर की। आशा भोसले को भारतीय संगीत इंडस्ट्री में एक अद्भुत गायिका के रूप में माना जाता है। उन्होंने बॉलीवुड में अनेक लोकप्रिय गाने गाए और अपनी अद्वितीय आवाज के जरिए मिली-जुली शैली के लिए सराहना पाई। उनके संगीत करियर में उन्होंने कई पुरस्कार जीते और लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई। आशा भोसले ने अपने संगीत के माध्यम से भारतीय संगीत को एक नया रूप दिया और उनका प्रभाव आज भी सभी कलाकारों पर दिखाई देता है। उन्होंने भारतीय संगीत को विश्व स्तर पर प्रस्तुत किया और लोगों को अपनी अद्वितीय गायन कला से प्रेरित किया। आशा भोसले ने करीब 12,000 गाने गाए और उनके संगीत को दर्शकों की धड़कनों में छूने वाली शक्ति मिली। उनके संगीत में जादू है जो लोगों को खींचता है और उन्हें संगीत की दुनिया में खोन.